महाराष्‍ट्र: कब बनेगा पत्रकार संरक्षण कानून?

बीजेपी विधायक ने किया अपनी ही सरकार से सीधा सवाल

मुंबई: महाराष्ट्र में पत्रकारों पर बढ़ते हमले को लेकर विधानसभा में बीजेपी सरकार पर उसी के विधायक ने निशाना साधा है. पिछले हफ्ते भर में 3 पत्रकारों को निशाना बनाया गया है. DNA के पत्रकार सुधीर सूर्यवंशी पर शुक्रवार दोपहर 4 अज्ञात लोगों ने जोरदार हमला कर उनके दाएं हाथ को गंभीर चोट पहुंचाई. सूर्यवंशी नवी मुंबई में थे तब यह हमला हुआ. गौरतलब है कि हमलावर मुंह पर रूमाल बांध कर आए थे ताकि उनकी पहचान आसान न हो. नवी मुंबई पुलिस ने मामले में FIR दर्ज़ कर हमलावरों की खोज शुरू कर दी है.

सिर्फ इतना ही नहीं ज़ी 24 तास मराठी न्यूज़ चैनल के मुख्य संपादक उदय निरगुड़कर को हड़ताली डॉक्टरों की भूमिका पर सवाल उठाए जाने के बाद से लगातार अभद्र टिप्पणियों का सामना करना पड़ रहा है. उनके साथ उनके परिवार को और डॉक्टरी की पढ़ाई करने वाली उनकी बेटी को भी इसमें अछूता नहीं रखा गया. गौरतलब है कि उदय निरगुड़कर को निशाना बनाने वाले इंडियन मेडिकल काउंसिल के सदस्य और पेशेवर डॉक्टर हैं. इनमें से कुछ ने तो निरगुड़कर परिवार पर डॉक्टरी इलाज़ का बहिष्कार करने का आहवान कर इस पेशे के मूल्यों को नकार दिया है. निरगुड़कर ने बताया कि अपने खिलाफ़ सोशल मीडिया पर छिड़े अभियान को लेकर डॉ आरएस लोंढे और डॉ पार्थिव संघवी की शिकायत IMA के पास की है जिसे अब तक अनसुना किया गया है. संघटन की ताकत का यह बेजा इस्तेमाल समर्थनीय नहीं है.

एक और मामले में दैनिक भास्कर के पत्रकार विनोद यादव को प्रेस कांफ्रेंस में पूछे सवाल के बदले में कांग्रेस के उत्तर मुम्बई के जिलाध्यक्ष रामाश्रय चौहान ने जान से मारने की धमकी दी. पत्रकार यादव ने कांग्रेस सदस्यता अभियान को लेकर सवाल पूछा था जो चौहान को पसंद नही आया. इस धमकी के खिलाफ़ जुहू पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है.

राज्य में पत्रकार संरक्षण कानून बनाने के लिए स्थापित सभी पत्रकार संगठनों के महासंघ पत्रकार हल्ला विरोधी कृति समिति के समन्वयक एस एम देशमुख की अगुआई में बढ़ते हमलों को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाक़ात की गई. जिसके बाद मुख्यमंत्री फडणवीस ने मामले का गंभीर संज्ञान लेते हुए कार्रवाई का भरोसा दिया.

महाराष्ट्र विधानमंडल के बजट सत्र में शनिवार को पत्रकारों पर बढ़ते हमले को लेकर सरकार को विपक्ष ही नहीं अपने विधायकों के गुस्से का सामना करना पड़ा. जहां विधान परिषद में नेता विपक्ष धनंजय मुंडे ने सरकार को कटघरे में खड़ा किया तो विधानसभा में मुंबई बीजेपी अध्यक्ष और विधायक आशीष शेलार ने सरकार से सीधा सवाल पूछा कि पत्रकार संरक्षण कानून आखिर कब बनेगा? शेलार ने पूछा कि सरकारी अधिकारियों के संरक्षण के लिए जितनी सतर्कता बरती जा रही है उतनी सतर्कता पत्रकारों के संरक्षण के लिए कब बरती जाएगी?

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here